हमारे देश में कक्षा 1 में एडमिशन लेने की कोई उम्र निर्धारित नहीं थी .
मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन ने कक्षा 1 में एडमिशन लेने वाले छात्रों के लिए न्यूनतम आयु सीमा को 6 वर्ष कर दिया है। केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में यह निर्देश जारी कर कहा है कि कक्षा 1 में एडमिशन लेने वाले छात्रों की उम्र 6 साल से कम नहीं होनी चाहिए। देश के कई राज्य ऐसे है जंहा छात्र 6 की उम्र के पहले ही कक्षा 1 में एडमिशन ले सकते थे जैसे की असम, गुजरात, पुडुचेरी, तेलंगाना, लद्दाख जैसे राज्यों में 5 वर्ष के छात्र कक्षा 1 में एडमिशन ले सकते थे। वहीं आंध्र प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड, हरियाणणा, गोवा, झारखंड और केरल जैसे राज्यों में 5 वर्ष से अधिक उम्र के छात्र ही एडमिशन कक्षा 1 में होता था.
एनईपी 2020 यानी न्यू एजुकेशन पॉलिसी में 5+3+3+4 स्कूल सिस्टम की परिकल्पना की गई है। इस पॉलिसी में पहले स्टेज में 3 वर्ष से 8 वर्ष है के छात्र । दूसरे में 8 वर्ष से 11 वर्ष एवं तीसरी से पांचवी कक्षा तक के लिए है। वहीं तीसरे स्टेज में 11 वर्ष से 14 वर्ष के छात्रों को रखा गया है यानी कक्षा 6 से 8 तक के छात्र। चौथे स्टेज में 14 वर्ष से 18 वर्ष के छात्रों को रखा गया है जिसमें 9वीं से 12वीं तक के स्टूडेंट हैं।