क्रेडिट कार्ड आज के वक्त में एक स्टाइल स्टेटमेंट बनता जा रहा है क्रेडिट कार्ड के कई फायदे हैं लेकिन इसके साथ नुकसान भी हैं। इसका सबसे बड़ा नुकसान इस पर लगने वाला व्याज आमतौर पर पर्सनल लोन 12-16 फीसदी की दर से मिल ही जाता है। सिबिल स्कोर बहुत अच्छा होने पर ये कर्ज 10-11 फीसदी की दर पर भी मिल सकता है लेकिन ज्यादातर लोगों को ये पता नहीं होता है कि क्रेडिट कार्ड पर ब्याज की दर 30-42 फीसदी तक चली जाती है।
कौन फंसता है क्रेडिट कार्ड के जाल में
जो क्रेडिट कार्ड से बिना सोचे खूब शॉपिंग करतें है समय पर अपना बिल नहीं चुका पातें, कुछ लोग सोचते है की अपने बिल का एक बड़ा हिस्सा चुका देंगे तो सिर्फ कुछ ही हिस्से पर ब्याज लगेगा, लेकिन ऐसा नहीं है मान लीजिए कि आपका बिल आया है 50 हजार रुपये का और आपने 40 हजार चुका दिए। ऐसे में आपको सिर्फ 10 हजार रुपये पर ब्याज नहीं देना होगा, बल्कि पूरे 50 हजार रुपये पर ब्याज चुकाना होगा। ये ब्याज भी 30-42 फीसदी का होगा।
उदाहरण को लेकर समझें तो आपके महज 10 हजार बकाया पर 42 फीसदी मतलब करीब 3.5 फीसदी महीना के हिसाब से आपके पूरे बैलेंस (50 हजार रुपये) पर ब्याज लगेगा.
इन 2 तरीकों को अपना कर क्रेडिट कार्ड के जाल से बाहर निकल सकते है
पहला यह है की आप अपने कार्ड के इस्तेमाल को सीमित कर दें साथ ही बकाया राशि को चुकाने का हर संभव प्रयास करें। आप चाहे तो बकाया राशि चुकाने के लिए पर्सनल लोन भी ले सकते हैं जिसकी ब्याज आपके क्रेडिट कार्ड पर लगने वाले ब्याज और जुर्माने से कम ही होगा।
दूसरा तरीका है की आप अपने कंपनी से बात करें और अपने बकाया को ईएमआई में कन्वर्ट करवा लें आप उसकी ईएमआई बनवा सकते हैं और फिर धीरे-धीरे उसे चुका सकते हैं जिसपर उससे थोड़ा काम व्याज लगेगा
वैसे अगर आप अपनी कमाई और जरुरत के हिसाब से क्रेडिट कार्ड का उपयोग करेंगे तो इसके फायदे भी अनेक हैं।