क्या आपने कभी अनुभव किया है कि आपको ऑनलाइन शॉपिंग करने पर शॉपिंग के वेबसाइटों पर बाहर अलग दाम और क्लिक कर के बाद अंदर जाने पर अलग दाम मिलता है ? या बढ़ा हुआ ही दाम मिलता है ? या फिर यह किस प्रोडक्ट के विज्ञापन में भी देखने को मिलता है ,बिज्ञापन में दाम कम होता है फिर क्लिक करने पर दाम ज्यादा होता है?
ये मामला सामने आने के बाद ASCI मतलब Advertising Standard Council Of India ने ऐसे मामलों की पहचान की और ग्राहको को जागरूक करने के लिए एक रिपोर्ट जारी की है ।
ASCI के सुझावों की कुछ बातें निम्नलिखित है
जबरदस्ती ग्राहक को ऐड पर क्लिक करवाना गलत है । एयर टिकट खरीदते वक्त इंश्योरेंस या डोनेशन पर पहले से क्लिक करना गलत है । ऐसे चैटबॉक्स अनचेक होने चाहिए
जल्द ही खरीदें नही तो दाम बढ़ सकता है, जैसे दावो में भी आने से बचें । सब्सक्रिप्शन सर्विस या कैंसल करना ग्राहकों के लिए आसान होना चाहिए । ई-कॉमर्स प्लेटफार्म या ऐप को उचित कीमत का विज्ञापन ही दिखाना चाहिए जो कि ग्राहकों की जेब से खर्च होगा ।
Advertising regulators Internet पर advertising के डार्क पैटर्न के खिलाफ आवाज उठा कर ऐसी प्रैक्टिस को रेगुलेट कर रहा है । साथ ही ग्राहको को जागरूक करने के लिए और उनके हक के लिए भी काम कर रहा है ।