PADMA SHREE AWARD, PRICE

पद्म श्री, पद्म विभूषण, और पद्म भूषण में क्या है अंतर ,किस आधार पर दिए जाते है अवॉर्ड्स आइये जानते है सब

Padma Awards – वर्ष 1954 में भारत सरकार ने दो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार की शुरुआत की- भारत रत्न और पद्म विभूषण। पद्म विभूषण को तीन भागों में बांटा गया- पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग। लेकिन 8 जनवरी, 1955 को एक राष्ट्रपति अधिसूचना जारी करके इनका नाम पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री रख दिया गया।

आखिर क्यों दिए जाते हैं पद्म पुरस्कार? – पद्म पुरस्कार सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार हैं जिसकी घोषणा 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है। तीन श्रेणी में ये पुरस्कार दिए जाते हैं-

पद्म विभूषण असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। (Exceptional and distinguished service)

  • पद्म भूषण एक उच्च श्रेणी की विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। (Distinguished service of a high order)
  • पद्मश्री विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। (Distinguished service)

कौन और कैसे तय करता है – पुरस्कारों के विजेताओं के नाम पद्म अवॉर्ड्स कमिटी द्वारा तय किया जाता है। और पद्म अवॉर्ड्स कमिटी जिसके सदस्यों के नाम प्रधानमंत्री तय करते हैं। कमिटी की अध्यक्षता मंत्रिमंडल के सचिव करते हैं। इसमें गृह सचिव, राष्ट्रपति के सचिव और चार से छह अन्य सम्मानित लोग सदस्य होते हैं। 1 मई से 15 सितंबर के बीच नॉमिनेशन मंगाए जाते हैं। फिर कमिटी उनका वेरिफिकेशन करती है फिर विजेताओं को उनकी जीवन की उपलब्धि (लाइफटाइम अचीवमेंट) और सामाजिक विकास में उपलब्धि के आधार पर चुना जाता है।

Padma Awards Eligibility – इस पुरस्कार के लिए विजेता किसी भी गतिविधि या क्षेत्र में अद्भुत या विशिष्ट उपलब्धि या योगदान के आधार पर चुने जाते है। जैसे- कला, सामाजिक कार्य, पब्लिक अफेयर, विज्ञान व प्रोद्योगिकी यानी साइंस एंड इंजीनियरिंग, व्यापर व उद्योग या ट्रेड एंड इंडस्ट्री, मेडिसिन, साहित्य और शिक्षा, सिविल सेवा, स्पोर्ट्स और अन्य से विजेता चुने जाते हैं। हालांकि, PSUs में काम करने वाले सरकारी कर्मचारी, (डॉक्टर और वैज्ञानिकों को छोड़कर) इन पुरस्कारों के पात्र नहीं हैं।